बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय, धनबाद में वि.वि. के कुलपति प्रो. डॉ. सुखदेव भोई जी के द्वारा 30 मार्च 2023 को जनजातीय एंव क्षेत्रीय भाषा विभाग का उद्घाटन किया गया। इसके साथ संस्कृत, उर्दू और आर्ट एंड कल्चर का भी किया गया । आज जनजातीय एंव क्षेत्रीय भाषा विभाग खुलने के पिछे स्नातकोत्तर हिन्दी के सहायक प्राध्यापक डॉ. मुकुंद रविदास के द्वारा 2018 से अथक प्रयास का परिणाम आज सफल हुआ । उन्ही प्रयास से सर्वप्रथम छह माही सर्टीफिकेट कोर्स प्रारंभ किया गया जिसका द्वितीय बेच का सफल संचालन इस वर्ष जारी है । आज इसी संघर्ष का परिणाम है, पीजी स्तर की पढ़ाई बीबीएमके विश्वविद्यालय में जनजातीय एंव क्षेत्रीय भाषा विभाग खोला गया। संभावना है की इस वर्ष से ही स्व-वित् पोषित कार्यक्रम के तहत पीजी की पढ़ाई प्रारंभ की जा सकती है। अब अगली संघर्ष पद सृजन एवं झारखंड सरकार से पद सृजन एवं स्थाई तौर पर बहाली को लेकर किया जाएगा । झारखण्ड की जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं का संरक्षण व संवर्धन के लिए कई लोग आगे आये पर खोरठा भाषा प्रेमी व लेखक डॉ. मुकुंद रविदास जी और खोरठा गीतकार विनय तिवारी जी इस पर निरंतर प्रयास करते रहे जो आज विभाग का उद्घाटन होकर सफलता मिली । डॉ. मुकुंद रविदास जी का कहना है कि अब क्षेत्र के इच्छुक खोरठा, कुड़माली और संथाली भाषी छात्र अपनी मातृभाषा का विधिवत् अध्ययन कर सकते हैं। खोरठा के महानायक गीतकार विनय तिवारी जी ने कहा की बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय धनबाद में विभाग के खुलने से क्षेत्र की भाषा व संस्कृति का मान सम्मान और भी बढ़ गया, साथ ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है । हाँलाकि इससे पहले कई संस्थाओं ने ज्ञापन दिये जो आज सफल हुआ इसमें खोरठा साहित्य कला मंच बोकारो ,खोरठा भाषा साहित्य संस्कृति परिषद,रामगढ़, खोरठा छात्र संघर्ष मोर्चा,रांची और भी कई संस्थाओं का भागीदारी रही। इस पावन अवसर पर विवि के कुलपति प्रो. डॉ. सुखदेव भोई जी उनकी पत्नी मनोरमा दास , डॉ. मुकुंद रविदास, डॉ. ताप्ती झा, डॉ. एसपी चौबे, डॉ मसुद अहमद इन सबों के अलावे विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी, साथ ही खोरठा, संथाली और कुड़माली के सहायक प्राध्यापक व शोधार्थी और कई छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही जिसमें पांडव कुमार महतो, गोपीनाथ हेम्ब्रम,संदीप कुमार,पार्वती, सुनिता, मिना सोरेन पूर्णिमा कुमारी आदि।।
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