कवि - इंदिरा गौड़ की कविता
"दादी वाला गांव"
कवि का जन्म - 19 सितम्बर 1943
जन्म स्थान - मथुरा, उत्तर प्रदेश, भारत । खोरठा (अनुवादित खोरठा कविता)
आजीक गाँव
बाप इयाद ढेइर आवे हे
हमरा आजीक गांव ,
दिने दिन भइर घुइरये खेतें
ओ हउ आबगा खाली गोड़े ।
माय बीमार हली एकरे ले
पेछु बछर नाय जाय पारलिये ,
आमेक मउसम रहे तावो
छाइक के आम नाय खाय पारलिये ।
हुवां न कोन्हो रोक टेक रहे
दिन भइर खेल आर मउज मनवेक ,
चाहे केकरो खेत ढुइके
कतारी चुसे आर जोंड़रा खाये।
भइर रउद मे हुं दे हय
बुढ़ा बोर गाछे ठडा छांहइर ,
जेटाञ बइठो हली फुची
चूँ - चूँ कउआ करय कांव ।
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