आज दिनांक 15 नवंबर 2023 को डॉ. हरि उराँव की अध्यक्षता में जनजातीय गौरव दिवस एवं बिरसा जयंती की उपलक्ष्य में जनजाति एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय की अखाड़ा में परिचर्चा का आयोजन किया गया । इस परिचर्चा में विषय प्रवेश कराते हुए नागपुरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. उमेश नन्द तिवारी ने धरती आबा बिरसा भगवान के जीवन पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा कि बिरसा से बिरसा भगवान तक बनने की जो छोटा सा समय उस महापुरुष के जीवन में आया वह सभी अपने जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए । खोरठा विभाग की अध्यक्ष कुमारी शशि ने परिचर्चा में भाग लेते हुए सभी को बिरसा के आदर्श में चलने की सलाह दी उन्होंने कहा कि आज के समय में हम सब लोग, लोभ और पूंजीवादी व्यवस्था के चक्कर में पड़े हुए हैं। उससे बाहर निकलने का मार्ग भगवान बिरसा के रास्ते से ही संभव है । पंचपरगनिया विभाग के अध्यक्ष डॉ. तारकेश्वर सिंह मुंडा ने कहा कि जो भगवान बिरसा ने जो अपने अनुयायी की विरसइत के लिए जो नियम बनाए उन पर चल कर ही मानव कल्याण का मार्ग प्रस्त होगा। शोधार्थी रवि, बुद्धेश्वर, बबलू ,विक्की, संदीप, युवराज श्रीकांत, राजकुमार, बसंती देवी, प्रभा दीदी आदि ने भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया डॉ. हरि उराँव ने अपनी अध्यक्षता भाषण में कहा कि आज छुट्टी के दिन भी हमारे विभाग में आकर भगवान बिरसा मुंडा का प्रति जो अनुराग दिखाया और विभिन्न वक्ताओं ने जो विचार प्रकट किया , उस पर सभी चले तो झारखंड का विकास तीव्र गति से होगा। अपने धन्यवाद ज्ञापन के क्रम में नागपुरी विभाग के वरीय शिक्षक डॉ. सविता केसरी ने कहा अपने व्यस्त समय में इस कार्यक्रम में शामिल हुए उन सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद और कार्यक्रम को सफल संचालन करके मुंडारी विभाग के शिक्षक डॉ. किशोर सुरिन को विशेष धन्यवाद दिया।
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