बालीडीह,बोकारो में कल 'लुआठी ' पत्रिका की ओर से प्रति बर्ष दिये जाने वाला 'देबुलाल गोस्वामी कला सम्मान ' खोरठा के सुप्रसिद्घ खोरठा साहित्यकार और लोक कलाकार डा.महेन्द्र नाथ गोस्वामी 'सुधाकर' को प्रदान किया गया।
बालीडीह खोरठा कमिटी के अध्यक्ष पंचम महतो ने उन्हें माला पहनाकर,शाल ओढ़ाकर, सम्मान पत्र एवं 1111की लघु राशि प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर डा.'सुधाकर' की नई खोरठा पुस्तक ब्रजभाषा में प्रसिद्ध गीत नाटिका ' दुर्जयमान' के खोरठा काव्यानुवाद का लोकार्पण 'लुआठी' के संपादक गिरिधारी गोस्वामी के के हाथों किया गया। डा 'सुधाकर' ने अपने उद्गार में कहा कि ब्रजभाषा के इस भजन का खोरठानुवाद भजन गायक देबुलाल गोस्वामी के प्रति मेरी श्रद्धांजलि है।
धारा के सचिव जीवन जगन्नाथ ने कहा कि सरकार को झारखंडी कला साहित्य के संरक्षण में उचित कदम उठाने चाहिए।
बहुआयामी लोक कलाकार देबुलाल गोस्वामी के नाम पर प्रति बर्ष खोरठा के एक लोक कलाकार को यह सम्मान दी जाती है। इससे पहले जिन कलाकारों को यह सम्मान दी जा चुकी है उनके नाम हैं सर्व श्री सुकुमार,शिवनंदन पाण्डेय 'गरिब',प्रदीप कुमार ' दीपक' पं.श्याम गोस्वामी,मनपुरन गोस्वामी,प्रयाग महतो,एवं प्रेमचंद कालिंदी।
खोरठा कथाकार पंचम महतो की अध्यक्षता एवं गिरिधारी गोस्वामी 'आकाश खूँटी ' के संचालन में हुए काव्य पाठ में पंचम मकहतो,डा.नागेश्वर महतो,अशोक पारस,मणिलाल मणि,पेंटर श्याम केवट जीतलाल गोस्वामी एवं राजु प्रजापति ने रचना पाठ किया।
उपस्थित मान्य अतिथियों में धारा के सचिव जीवन जगन्नाथ, डा. पूर्णेंदु गोस्वामी,मोक्षन लाल ओहदार,हरिचरण गोस्वामी,रविन्द्र नाथ गोस्वामी,रामनाथ गोस्वामी के नाम उल्लेखनीय है।
इसके अलावे शोसल मिडिया के माध्यम से खोरठा शोधार्थी संदीप कुमार महतो ने भी सम्मान मिलने पर सुधाकर जी को बधाई दी है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए देबुलाल गोस्वामी के पुत्र पेंटर सरयू प्रसाद गोस्वामी ने कहा कि देबुलाल गोस्वामी के पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित यह आठवाँ सम्मान समारोह है।ऐसा आयोजन प्रतिवर्ष हो और आप सब साहित्यकार कलाकार हमारे प्रांगण में आएँ यह हमारा सौभाग्य है।
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