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बीबीएमकेयू, धनबाद में श्री निवास पानुरी जी की 104 वीं जयंती सह खोरठा पखवारा दिवस मनाया गया

जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा केंद्र के द्वारा,बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय धनबाद में श्री निवास पानुरी जी की 104 वीं जयंती सह खोरठा पखवारा  दिवस  मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो राम कुमार सिंह ने किया । विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो पुष्पा कुमारी संकायाध्यक्ष छात्र कल्याण एवं रीता सिंह थी । मुख्य वक्ता खोरठा के सुप्रसिद्ध लोक गीतकार सुकुमार जी तोपचांची एवं  खोरठा कवि प्यारे हुसैन बोकारो , महेंद्र प्रबुद्ध एवं प्रयाग महतो धनबाद उपस्थित थे ।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री निवास पानुरी जी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया । स्वागत गीत कुमारी अन्नू, सोनी एवं बैजयंती कुमारी के द्वारा किया गया। सुकुमार जी ने श्री निवास पानुरी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए स्वरचित लोकगीत -"मांडर बाजे रे बांसी बाजे रे अखड़े गहम्म झूमर लागे रे " एवं सोहराय गीत गाकर सभी के मन को मोह लिया । प्यारे हुसैन ने दादा सलाम करा न तिरंगा झंडा सलाम करा न , प्रयाग महतो ने  भौजी सुना न ओर खोरठा के अतिथि शिक्षक प्रो अमित करमाली डिग्री कॉलेज गोमिया ने  हाय रे कलियुगी बेटा गया तो वहीं डॉ.मुकुंद रविदास ने केतए कांदव गए मैया दहिया झट की गेल , छोआ पुता ढेरी भेईल घरवा तो भरी गेल,,,
बोकारो कारखाना भईल ताओ नाय नौकरी भईल, केते कांदब  ...गीत गाकर समा बांध दिया । मुख्य अतिथि सह कुलपति   प्रो राम कुमार सिंह के द्वारा सभी को अंग वस्त्र ,पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया । कोयला आर माटी लेखक डॉ मुकुंद रविदास ,सारधा के फूल प्रयाग महतो एवं प्यारे हुसैन की पुस्तक सहराई   का लोकार्पण किया गया । परास फूल खोरठा पत्रिका संपादक महेंद्र प्रबुद्ध का 16 वाँ वर्ष  दिसंबर - 24 का समर्पित किया गया । जे आर एफ शोधार्थी अशोक रजक एवं चंद्रदेव महतो को पुष्प गुच्छ स्मृति चिन्ह देकर क्षेत्रीय भाषा को आगे  भी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया गया । संकायाध्यक्ष प्रो पुष्पा ने  लोक गीतों में झारखंड की संस्कृति पर विशेष प्रकाश डाला तो वहीं
कार्यक्रम की अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति ने कहा भाषा मन की संवेदनाओं की अभिव्यक्ति का सबसे सशक्त माध्यम है । खोरठा भाषा कठिन भाषा नहीं है । इस भाषा को सुनकर आसानी से समझा जा सकता है और चूंकि इसकी लिपि भी देवनागरी है तो आसानी से लिखा भी जा सकता है । सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने सभी स्वयं अच्छे से पढ़ाई कर अपने घर परिवार के साथ विश्वविद्यालय का भी नाम रौशन करने के लिए आह्वान किया । कार्यक्रम का संचालन डॉ मुकुंद रविदास ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ रीता सिंह ने किया ।