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स्नातकोत्तर खोरठा विभाग में श्रीनिवास पानुरी जयन्ती सह खोरठा दिवस समारोह का हुआ आयोजन

मोर्चा  ने किये , डॉ. कुमारी शशि जी को 'खोरठाक गुरू मांय 'की उपाधि से सम्मानित  

आज दिनांक 21 दिसम्बर 2024 को स्नातकोत्तर खोरठा विभाग में श्रीनिवास पानुरी जयन्ती सह खोरठा दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम सफल आयोजन हेतु अध्यक्षता विभाग के विभागाध्यक्षा डॉ. कुमारी शशि जी ने की, कार्यक्रम के का सफल संचालन डॉ. दिनेश कुमार जी ने किये साथ ही पानुरी जी से संबंधित गीत व कविता प्रस्तुत किये। विशिष्ट अतिथि के रूप में डाॅ. गजाधर महतो प्रभाकर जी थे जिन्होने श्रीनिवास पानुरी जी के विशेष व्याख्यान दिये खासकर उनकी जीवन से जुड़ी घटनाओं और संघर्षों पर प्रकाश डाले। वहीं डॉ. निरंजन कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए पानुरी जी के जीवन से जुड़ी बातों को रखें। वहीं डॉ. कुमारी अर्चना जी ने कविता के माध्यम श्रीनिवास पानुरी जी के जीवन व कृतियों पर विशेष ध्यानाकर्षण कराये। शोधार्थी संदीप कुमार महतो ने बाबा धइन सिरी निवास पानुरी पर गीत भी गाये। नागपुरी विभाग के पुर्व विभागाध्यक्ष डॉ. तिवारी जी ने पानुरी जी के जीवन से जुड़ी घटनाओं को अवगत कराये। वहीं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. गजाधर महतो प्रकाकर जी ने पानुरी से संबंधित कही बातें को रखी जिसमें खासकर उनकी छायावादी और जनवादी रचनाओं पर विशेष व्याख्यान दिये वहीं विभाग के शोधार्थियों को शोध जुड़ी कर्तव्यों का निर्वहन करने की बात कही। वहीं डीएसपीएमयू के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार जी ने श्रीनिवास पानुरी जयंती सह खोरठा दिवस पर विशेष व्याख्यान दिये। 
खोरठा छात्र संघर्ष मोर्चा के द्वारा स्नातकोत्तर विभाग खोरठा के विभागाध्यक्षा डॉ. कुमारी शशि जी को खोरठाक गुरू मांय की उपाधि से सम्मानित किये। इस पर मोर्चा के अध्यक्ष थानेश्वर महतो ने खोरठा भाषा, साहित्य और संस्कृति के विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए आदरणीय डॉ. कुमारी शशि जी को "खोरठाक गुरू मां" की उपाधि से सम्मानित किया जाता है।
वहीं कार्यक्रम के अध्यक्षता के रूप में डॉ. कुमारी शशि जी ने श्रीनिवास पानुरी जी से प्रेरणा लेकर अपने भाषा संस्कृति को विकास करने की पहल की है अर्थात् संघर्ष ही सफलता का मूल मंत्र है। वही शोधार्थियों के लिये अपने शोध प्रबंध से जुड़ी हरेक पहलुओं को समाज के सामने लाने की प्रेरित किये  जिससे खोरठा भाषा साहित्य और संस्कृति को संरक्षण और संवर्धन हो सके।
इस कार्यक्रम  के सफल आयोजन में सभी विभाग के छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों, सहायक प्राध्यापकों में विशेष कर कुरमाली विभाग के विभागाध्यक्षा डॉ. गीता कुमारी, कुड़ुख के विभागाध्यक्षा डॉ. महामणि कुमारी, खड़िया के विभागाध्यक्ष बंधु भगत, नागपुरी के पुर्व विभागाध्यक्ष डॉ. उमेश नन्द तिवारी जी इसके साथ विभाग के सहायक प्राध्यापक में डॉ. बीरेन्द्र कुमार महतो जी उपस्थित रहे। वहीं विभाग के बड़ा बाबु राजकुमार जी थे। शोधार्थी मानिक कुमार, अजय कुमार दास, बसंत कुमार, बबलु कुमार, सोनी कुमारी, संदीप कुमार महतो, मालती कुमारी, थानेश्वर महतो, ओम प्रकाश, मनोज गोप, मनदेव महतो, टिकेश्वर महतो, संजय ठाकुर, संतोष महतो, विनोद कुमार, अभिषेक कुमार आदि विशेष उपस्थित रहे । वहीं विभाग के सभी छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही जिसमें विशेषकर पम्मी कुमारी, प्रिति कुमारी, अनामिका कुमारी, सरोज कुमारी आदि मौजूद रहे।